Link Your Ration Card With Aadhar Card :- नमस्कार दोस्तों, यदि आपने अभी तक अपने राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक नहीं करवाया हैं तो आपको राशन कार्ड के जरिये दी जा रही खाद्य पदार्थ रोक दी जा सकती हैं| राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने की पहली प्रक्रिया राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई हैं| राजस्थान सरकार का यह कहना हैं की एनएफएसए (NFSA) में शामिल 33 फीसदी लाभार्थी आधार से लिंक नहीं हो पाए हैं और अब सरकार ने राशनकार्ड को बिना आधार से लिंक कराए गेहूं ले रहे एनएफएसए लाभार्थियों पर शिकंजा कस दिया हैं|
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) से जुड़े उन लाभार्थिओं को गेहूं मिलना बंद हो सकता हैं जिन्होंने अभी तक राशन कार्ड से आधार कार्ड लिंक नहीं करवाया हैं| अब तक बहुत सारे फर्जी लोग भी नकली राशन कार्ड की मदद से सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली खाद्य पदार्थ का लाभ उठा रहे हैं| परंतु अब सरकार ने राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया है| अगर इस तिथि तक भी आधार लिंक नहीं हुआ तो उस लाभार्थी को गेंहू या अन्य लाभ नहीं मिलेगा|
राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक
राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का निर्णय एनएफएसएस के द्वारा लिया गया हैं| राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए राशन कार्ड को अब आधार कार्ड से लिंक कराना जरुरी हो होगा| राष्ट्रीय खाद्य विभाग ने राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए 31 जुलाई 2020 तक का समय दिया है| उसके बाद भी जो नागरिक आधार कार्ड से लिंक नहीं करवाया तो आपको गेंहू या अन्य लाभ नहीं मिलेगा|
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने एक सुचना जारी की थी जिसके अनुसार राजस्थान के 1.62 करोड़ ऐसे लाभार्थी हैं, जिनका अभी तक आधार कार्ड से राशन कार्ड लिंक नहीं हुआ हैं| विभाग को अंदेशा है कि इनमें से कई मामले फर्जी हो सकते हैं, यानी विभाग का मानना है कि उनमें से कई ऐसे हैं जो आज भी मौजूद नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद, उनके नाम के राशन से फर्जी तरीके से गेंहू उठाया जा रहा है|
इसलिए लिया गया राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का फैसला
अभी तक प्रशासनिक ढिलाई के कारण राशन कार्ड के सभी सदस्य आधार कार्ड से नहीं जुड़े थे| यहीं से सार्वजनिक वितरण प्रणाली को कालाबाजारी का शक हुआ| जिन लोगों का राशन कार्ड आधार से लिंक नहीं है| उनके हिस्से का गेहूं कालाबाजारी में जा रहा है, लोग आधार कार्ड से नहीं जुड़े हैं, डीलर इसका फायदा उठा रहे हैं और उनका हिस्सा खुद उठा रहे हैं|
दूसरी ओर केंद्र सरकार ने हाल मे ही “वन नेशन वन राशन कार्ड योजना” को लागु करने के लिए तैयार हैं, इसमें भी आगे जाकर कोई इसी तरह का कालाबाजारी सामने ना आये इसलिए सरकार ने आधार कार्ड को राशन कार्ड से जोड़ने का फैसला लिया हैं| अब आपको निचे राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का तरिका बताया गया हैं|
पिछले 4 सालों से चल रही हैं राशन की कालाबाजारी
राजस्थान सरकार 2016 से 26 हजार राशन की दुकानों पर पीओएस मशीन से खाद्य सामग्री की वितरण व्यवस्था शुरू की हैं| इसका मुख्य उद्देश्य राशन मे हो रहें कालाबाजारी को रोकना था| राशन कार्ड में शामिल प्रत्येक सदस्य को आधार कार्ड से लिंक किया जाना था लेकिन अभी तक राशनकार्ड में शामिल 34 फीसदी यानी 1.62 करोड व्यक्तियों के नाम आधार से लिंक नहीं हो पाए हैं|
इस कालाबाजारी मे मे यह मामला सामने आया हैं की कई उपभोक्ता अपना राशन लेने दुकानों तक नहीं पहुंचते है लेकिन फिर भी उनके हिस्से का गेहूं बराबर उठाया जा रहा है. रसद विभाग के अधिकारियों को भी इस मामले में जानकारी है, लेकिन अभी तक जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति ही की जा रही है| लेकिन अब सरकार ऐसे सभी लाभार्थिओं को गेहूं नहीं देगी|
राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कैसे करें ?
जो भी इच्छुक लाभार्थी अपना राशन कार्ड आधार कार्ड से लिंक करवाना चाहते हैं वे सभी 31 जुलाई 2020 तक ई-मित्र अथवा ग्राम के पटवारी या सचिव के स्तर से संपर्क करके आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक करवा सकते हैं|
राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने के बाद यह फयादा होगा की राशन के लिए हो रही कालाबाजारी को रोका जा सकता हैं| इसके मदद से सभी गरीब लाभार्थिओं तक सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ पहुँच पाएंगे|
यदि आपको अभी भी इससे सम्बंधित कोई जानकारी चाहिये तो आप अपना सवाल निचे कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं| सरकार द्वारा ऐसे ही योजनाओं और ख़बरों के लिए इस वेबसाइट पर हमेसा विजिट करते रहें|