Students Of Bihar Will Now Study Up To Inter In Their Own Panchayat :- नमस्कार दोस्तों, बिहार राज्य के विद्यार्थिओं के लिए एक बहुत ही बड़ी और अच्छी खबर सामने आ रही हैं| अब बिहार के छात्र इंटर तक की पढाई अपने ही पंचायत क्षेत्र मे कर सकेंगे| जी हाँ, बिहार की नितीश सरकार द्वारा राज्य के सभी पंचायत क्षेत्र मे उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की गई हैं| यानि की अब बिहार के छात्रों को इंटर तक की पढाई करने के लिए अपने घर से दूर शहर मे नहीं जाना होगा| आइए अब आपको बताते हैं नितीश सरकार ने इसके बारे मे क्या कहा हैं|
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने 24 अगस्त सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी दी हैं की बिहार राज्य मे सभी 8386 ग्राम पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय का लक्ष्य पूरा हो गया है| ऐसे 3304 पंचायतों में नौवीं की पढ़ाई के लिए विद्यालय का शुभारंभ किया गया हैं, जहाँ पहले इसकी सुविधा नहीं थी| इसके पहले 5082 पंचायतों में ही उच्च माध्यमिक स्थापित किए गए थे| जिसके बाद अब बिहार के सभी छात्र अपनी ही ग्राम पंचायत में इंटर तक की पढ़ाई कर पाएंगे|
बिहार के सभी उच्च माध्यमिक विद्यालय मे जल्द शुरू होगा नामांकन
बिहार के सभी 8386 ग्राम पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय का शुभारंभ होने के बाद जल्द ही सभी छात्रों की नामांकन भी किया जाएगा| इस बारे मे मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इन विद्यालयों में भी शीघ्र बच्चों का नामांकन कर उन्हें भी इस कोरोना संकट मे ऑनलाइन कक्षा की सुविधा बहाल करें| साथ ही साथ इन विद्यालयों में इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई के लिए आधारभूत संरचना का निर्माण भी जल्द शुरू करवाई जाएगी|
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कई शैक्षणिक संस्थानों के भवनों का भी उद्घाटन किया हैं| मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि जब से जनता ने सेवा का मौका दिया है, हर क्षेत्र में विकास के कार्य किए गए हैं| उन्होंने यह भी कहा की लोगों की सेवा ही हमारा धर्म है, हमलोगों का उद्देश्य है की हर क्षेत्र में तरक्की हो और युवा पीढ़ी का कल्याण हो| इसके साथ ही उन्होंने कॉलेजों के लिए भी कुछ निर्देश जारी किए हैं|
कॉलेज शिक्षक नियुक्ति में पुराने पीएचडी को भी मान्यता
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा कि कॉलेज-विश्वविद्यालय के शिक्षकों की नियुक्ति विश्वविद्यालय सेवा आयोग (University Service Commission) के माध्यम से की जानी है| इसके लिए नियमावली में सुधार की प्रक्रिया अंतिम चरण में है|
इसे बिहार के राज्यपाल के पास भेजा गया है, इन नियुक्ति में बिहार के पुराने पीएचडी को भी मान्यता दी जाएगी| बिहार में एमफील तो थी नहीं, इसलिए इसको लेकर भी नियमावली में सुधार किया जा रहा है, ताकि बिहार के अभ्यर्थियों को कोई दिक्कत नहीं हो|
अंत मे, मुख्यमंत्री ने कहा की हमने बिहार के छात्रों और अभ्यर्थियों के लिए कई सारी सुविधाएं प्रदान की हैं और करते रहेंगे| बिहार बोर्ड के छात्रों के लिए यह खबर बहुत ही लाभदायक सावित होने वाली हैं| यदि आपके मन मे इस खबर से जुडी कोई सवाल हैं तो उसे आप निचे कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं|