One Nation One Ration Card for Migrant Workers: नमस्कार दोस्तों, जैसा की आप सभी पिछले पोस्ट में एक देश और एक राशन कार्ड की पूरी जानकारी दी गयी थी तो आपको बता दें की इसे 1 June 2020 से लागू कर दिया गया है. कोरोना संकट में ये सभी प्रवासी मजदुर के लिए काफी उपयोगी साबित होगा. आज यानि एक जून से इसकी शुरुआत 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हो चुकी है.
अब अपने राशन कार्ड का फायदा इन सभी २० राज्य में उठा सकते हैं और इसके लिए कोई अलग से राशन कार्ड बनवाने की जरुरत नहीं है. आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर राहत पैकेज की घोषणा के दौरान ‘वन नेशन, वन राशन कार्ड’ का जिक्र किया था और अब इसे लागू कर दिया गया है. राशन कार्ड का सबसे ज्यादा फायदा BPL (गरीबी रेखा के नीचे) कार्ड धारकों को मिलता है और ये अब काफी खुश हैं क्योंकि वे अब कही से भी राशन उठा सकते हैं.
क्या है वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना
‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिससे पीडीएस के लाभार्थियों को कहीं भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली से अनाज लेने का मौका मिलता है. ऐसे में सबसे ज्यादा लाभ उन्हें होने वाला है जो अपने घर से बाहर किसी और स्टेट में रहते हैं. जैसे की कोई बिहार का आदमी दिल्ली में रहकर काम करता है और उसके पास बिहार का राशन कार्ड है तो भी वो दिल्ली में राशन उठा सकता है.
सरकार का कहना है कि इससे भ्रष्टाचार और फर्जी राशन कार्ड में कमी आएगी. सबसे बड़ी बात ये है की इसके लिए अलग से कोई नया राशन कार्ड बनवाने की जरुरत नहीं है.
वन नेशन, वन राशन कार्ड के फायदे
इस योजना के लागू होने से देश के सभी लाभार्थी को फायदा होगा क्योंकि अब वे एक ही जगह से राशन उठाने को बाध्य नहीं होंगे. वे अब कहीं भी ई-पीओएस उपकरण पर बॉयोमेट्रिक प्रमाणन करने के बाद पुराने राशन कार्ड से ही राशन ले सकते हैं.
केंद्र सरकार राज्यों को 10 अंकों का राशन कार्ड नंबर जारी करेगी. इस नंबर में पहले दो अंक राज्य कोड होंगे और अगले दो अंक राशन कार्ड नंबर होंगे. इसके अतिरिक्त राशन कार्ड नंबर के साथ एक और दो अंकों के सेट को जोड़ा जाएगा. इसे देश भर में लागू करने के लिए राशन कार्डों की पोर्टेबिलिटी की सुविधा शुरू होगी
पुराने राशन कार्ड का क्या होगा?
केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि ‘वन नेशन, वन राशन’ कार्ड योजना लागू होने के बाद भी पुराना राशन कार्ड चलता रहेगा और इसके लिए नया राशन कार्ड बनवाने की कोई जरुरत नहीं है. राशन कार्ड धारकों को चावल और गेहूं सस्ते दाम पर मिलता है. चावल 3 रुपये किलो और गेहूं 2 रुपये किलो मिलता है.
बता दें, वन नेशन, वन राशन कार्ड की योजना 1 जनवरी 2020 से 12 राज्यों में चालू है. लेकिन अब ये एक जून से पुरे देश में लागू हो चुकी है.